मधुबनी, जयनगर। जयनगर शहर में जाम की समस्या और भारी वाहनों के आवागमन को सुलझाने के लिए निर्माण की गई ओवरब्रिज की स्वीकृति के बाद लोगों की चिंता बढ़ गई है। रेलवे गुमटी और समय की बचत के लिए लोगों ने शहीद चौक पर ओवरब्रिज की मांग रखी थी, लेकिन इसकी लंबाई और चौड़ाई को देखते हुए शहर के व्यवसायों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की आशंका हो रही है।
बिहार राज्य पुल निगम विभाग के अनुसार, ओवरब्रिज 1.1 किलोमीटर लंबा और 7.5 मीटर चौड़ा होगा। इसका निर्माण एनएच 527 बी बस्ती पंचायत के छपकी टोला चौक से शहीद चौक होते हुए अंबे होटल तक और दूसरा कट शहीद चौक से मीनी बस स्टैंड तक होगा। इस ओवरब्रिज का निर्माण टू लाइन होगा और इसकी चौड़ाई साढ़े सात मीटर होगी।
विभाग के कार्यपालक अभियंता ने कहा कि ओवरब्रिज निर्माण की स्वीकृति मिल गई है और अब जमीन अधिग्रहण के लिए स्थल को चिह्नित किया जा रहा है। विभाग द्वारा शहीद चौक से पश्चिमी क्षेत्र के आवासीय मकान के जमीन को अधिग्रहण हेतु चिह्नित किया जा रहा है, जबकि पूर्व एरिया में सड़क की जमीन काफी अधिक है।
व्यवसायी संगठन कैट के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रंजीत गुप्ता और मिथिलांचल चैम्बर ऑफ कॉमर्स के महासचिव शम्भु गुप्ता ने कहा कि शहर का क्षेत्रफल कम है और ओवरब्रिज के निर्माण से बाजार पर पूरा असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि विभाग और स्थानीय सामाजिक व बुद्धिजीवियों एवं व्यवसायी संगठनों के साथ बैठक होनी चाहिए, ताकि शहर के व्यापार पर कोई असर नहीं पड़े।
इन व्यवसायियों ने कहा कि सरकार ने कई शहरों में शहर के बाहर बाईपास निकालती है, ताकि शहर प्रदूषण और जाम से मुक्त रहे, लेकिन यहां ठीक उल्टा नजर आ रहा है। उन्होंने सुझाव दिया कि पेट्रोल पंप से फरदाही या पेट्रोल पंप से पिठवा टोला के रास्ते बाईपास सड़क का निर्माण किया जाना चाहिए।
जयनगर बाजार नेपाल पर आश्रित है और सीमा पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के कारण बाजार का व्यापार दिनोंदिन गिरता जा रहा है। व्यवसायियों का डर है कि ओवरब्रिज के निर्माण से बाजार प्रभावित होगा।